संस्थान के पूर्वी क्षेत्र में एक बड़े कोने में हालही निर्मित छात्रावास के समीप कई भवनों का एक समूह है, जो आगंतुकों को प्रथम दृष्ट्या विस्मय से भर देता है. यह हमारा अतिथि गृह एवं छात्रावास हैं तथा मनोहारी राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से घिरे हुए इन भवनों को वास्तव में पर्यावरण को ध्यान में रखकर डिजाइन एवं निर्मित किया गया है.
यह अतिथि गृह तथा छात्रावास प्राचीन भारतीय उक्ति ‘अतिथि देवो भव’ का पूर्ण रूप से पालन करते हुए अपने अतिथियों को एक अच्छा पर्यावरण एवं आहार आदि सम्बंधी श्रेष्ठ सेवाएं देने के लिए सतत प्रयासरत है. इस अतिथि गृह में 8 लग्जरी तथा एक दर्जन से अधिक सामान्य डबल बेड – कमरे हैं, जो संस्थान में आने वाले अतिथियों एवं प्रतिनिधियों की आवास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं. छात्रावास में सभी सिंगल बेड कमरे हैं तथा एक समय पर कुल 50 छात्रों के छात्रावास में रहने की व्यवस्था है. सभी कमरे सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है. इसके अतिरिक्त एक कैंटीन है, जिसमें एक बड़ा भोजन कक्ष भी है. शांत, स्वच्छ एवं नैसर्गिक पर्यावरण से पूर्ण यह अतिथि गृह एवं छात्रावास अतिथियों एवं छात्रों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं.